कांग्रेस मेनीफेस्टों पर भड़के भाजपा नेता -‘ कहा – कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी रहेगी
गुरुग्राम, । भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में किए जा रहे विकास से कांग्रेस लगातार हार का मुंह देख रही है। एक के बाद एक हार से बौखलाई कांग्रेस अब तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए आगे बढ़ने का खतरनाक खेल खेलना चाहती है। श्री सैनी ने कहा कि कांग्रेस का हिडन एजेंडा देश वासियों की सम्पति के साथ-साथ बहन बेटियों के आभूषणों पर भी गढ़ चुकी है।
श्री सैनी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो कांग्रेस का पंजा देशवासियों की मेहनत की कमाई पर पड़ेगा और ऐसा वह पहले भी कर चुकी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी कई बार अपने भाषणों में कह चुके हैं कि कांग्रेस की सरकार बनती है तो जांच कराई जाएगी कि किसके पास कितनी सम्पत्ति है। देशवासियों की मेहनत की कमाई को कांग्रेस उन लोगों में बांट देना चाहती है जिसकी वह तुष्टिकरण के तहत राजनीति कर रही है।
कांग्रेस को घेरते हुए श्री सैनी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में साफ कर दिया है कि देश में बहुसंख्यक लोगों की कोई जगह नहीं है। कांग्रेस ने अपने मेनीफेस्टो के हर सेक्शन में अल्पसंख्यकों का जिक्र किया है। कांग्रेस अब इतना खतरनाक खेल खेलने जा रही है जिसकी आम आदमी सोच भी नहीं सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एससी आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा को खत्म करना चाहती है।
कांग्रेस सोच का खुलासा करते हुए अरविंद सैनी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो देशवासियों का धन सुरक्षित नहीं रहेगा। कांग्रेस ऐसा पहले भी कर चुकी है। 1960 और 1970 के दशक में कांग्रेस ने कानून पास करके देशवासियों को सरकार के पास पैसा जमा कराने के लिए विवश कर दिया था। जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की सरकार ने लोगों की कमाई जब्त करने वाला ऐसा ही कानून 1963-1974 में पास किया था। इन कानूनों का नाम कम्पलसरी डिपाजिट स्कीम एक्ट था इसके अंतर्गत सभी करदाताओं, सम्पति धारकों और सरकारी कर्मचारियों को अपनी कमाई का 18 प्रतिशत सरकार के पास जमा कराना होता था। हैरानी की बात यह है कि उस दौरान डा. मनमोहन सिंह कांग्रेस के आर्थिक सलाहकार हुआ करते थे।
कांग्रेस की सोची समझी साजिश के तहत प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने बयान दिया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। कांग्रेस ओबीसी के आरक्षण को धर्म के आधार पर बांटने का कुचक्र चला रही है। कांग्रेस की सोच मुसलमानों को नौकरियों में 15 प्रतिशत आरक्षण देने की है। सबसे खतरनाक खेल कांग्रेस का धर्म परिवर्तन को लेकर है। कांग्रेस धर्मपरिवर्तन करने वालों का एससी का दर्जा सुरक्षित रखना चाहती है। कांग्रेस नेता रंगनाथ मिश्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि रंगनाथ मिश्र ने मुसलमानों के लिए आरक्षण की पैरवी की है।
अरविंद सैनी ने कहा कि कांग्रेस का इरादा माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाना है। कांग्रेस का मंत्र है, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी। जब तक आप जीवित रहेंगे कांग्रेस ज्यादा टैक्स से मारेगी। जब आप जीवित नहीं रहेंगे तो इन हेरिटेंट का टैक्स बोझ लाद देगी।
प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि भारत संस्कारों व संस्कृति वाला देश है। भारतवासी संरक्षित, संवर्द्धन करने में विश्वास करते हैं। कांग्रेस हमारे मूलभूत स्वभाव पर कड़ा प्रहार करने का मंसूबा बना रही है। अर्बन नक्सलियों ने कांग्रेस पर कब्जा कर लिया है। अब कांग्रेस की नजर सम्पत्ति को लूटने और बच्चों के हक को खत्म करने पर है। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार का एजेंडा विकास का है। मोदी सरकार ने जनता के हक के पैसों का इस्तेमाल जनता पर ही किया है।
अरविंद सैनी ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर के नेतृत्व में यह तय किया गया था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा, लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने इन महापुरुषों की परवाह नहीं की। बाबा साहब अंबेडकर के शब्दों की परवाह नहीं की। कांग्रेस ने बहुत पहले आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि संविधान के तथा बाबा साहब के निर्णय के विरुद्ध जो निर्णय कांग्रेस ने लिए थे उन्हें 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद भाजपा ने उखाड़ फेंका और दलितों, पिछड़ों को उनका हक देने का काम किया है।
अरविंद सैनी ने कहा कि मोदी सरकार सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र पर काम कर रही है। गरीब, युवाओं, महिलाओं और किसानों को समृद्ध करने और आगे बढ़ाने का काम दस सालों में किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गरीब लोगों को आयुष्मान और चिरायु कार्ड देकर उनको बीमारी में होने वाले खर्च की टेंशन से मुक्त किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का फोकस तुष्टिकरण के तहत खास वर्ग को आगे बढ़ाने का है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य देश को विकसित करना है। मोदी सरकार ने बिना भेदभाव किए सभी वर्गों के विकास की बात कही है। जबकि कांग्रेस भेदभाव बरतने की बात कह रही
है।