हरियाणा प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ फैला रोष और खोला मोर्चा
राजनीति की मोह माया से ऊपर पार्टी हित में निर्णय लेने का किया आह्वान
पटौदी विधानसभा क्षेत्र में भी टिकट दावेदारों की बगावत का बिगुल
लगातार दो बार हारे और जमानत जप्त दावेदार का जबरदस्त विरोध
40 कांग्रेस टिकट के दावेदार बोले चुनाव में उतरेंगे सर्वसम्मति से उम्मीदवार
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सरकार की हैट्रिक बनाने से रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी के द्वारा टिकट देने वालों के वास्ते बनाए गए पैमाने में पार्टी के ही नेता बेईमानी होते दिखाई दे रहे हैं ।विधानसभा चुनाव में नामांकन के लिए 12 सितंबर अंतिम तिथि है । अभी तक कांग्रेस पार्टी के द्वारा पहली सूची में 31 नाम घोषित किए गए।
आरक्षित विधानसभा क्षेत्र पटौदी से कांग्रेस टिकट के लिए 42 दावेदारों के द्वारा आवेदन किया गया। इसके अतिरिक्त पार्टी के जिला प्रभारी और सर्वे करने वाले नेता भी क्षेत्र में पहुंचे। अंततः कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी किए जाने से पहले ही पटौदी पटौदी विधानसभा क्षेत्र से संभावित उम्मीदवार की घोषणा को देखते हुए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ नेता के खिलाफ यहां से टिकट के 40 दावेदार उम्मीदवारों के द्वारा मोर्चा खोल दिया गया है । इन्होंने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया के नाम लिखित पत्र में साफ-साफ कहा है कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा टिकट वितरण के लिए निर्धारित की गई नीति और नियम के विपरीत टिकट दी गई , तो अन्य टिकट आवेदक अपने समर्थ को सहित कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे देंगे।
कांग्रेस पार्टी के टिकट आवेदकों के हस्ताक्षर युक्त पत्र में साफ-साफ कहा गया है कि ऐसी सूचना मिल रही है, नेता विशेष के दबाव में ऐसे व्यक्ति को लगातार जो दो विधानसभा चुनाव पटौदी से हारते हुए 2019 में अपनी जमानत भी जप्त करवा चुका तथा किसी नेता विशेष के बेहद प्रिय नजदीकी रिश्तेदार को उम्मीदवार बनाया जाना निश्चित किया गया, इसका विरोध किया जाएगा। सार्वजनिक पत्र में साफ लिखा है सुधीर कुमार या फिर उसकी पत्नी राजरानी इन दोनों को ही अन्य टिकट के दावेदारों की अनदेखी करते हुए पटौदी से कांग्रेस प्रत्याशी बनाने का फैसला लिया गया है । यह फैसला कांग्रेस पार्टी की ही और टिकट आवेदन कमेटी की बनाई गई अपनी पॉलिसी के खिलाफ ही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी की नीति के मुताबिक दो बार हारे हुए उम्मीदवार, जमानत जप्त उम्मीदवार या फिर एक ही परिवार के दो उम्मीदवार तथा एक उम्मीदवार के द्वारा दो स्थानों पर दावेदारी पर बिल्कुल भी विचार नहीं किया जाएगा।
पटौदी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट के आवेदक और दावेदार संडे को बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पहुंचे । यहां पहुंच कर भी इनके द्वारा अपने-अपने स्तर पर कांग्रेसी कमान चुनाव समिति मेंबर और स्क्रीनिंग कमेटी के संज्ञान में अपनी बात विभिन्न माध्यम से लाई गई। इन सभी का सामूहिक रूप से कहना और फैसला है की कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस नेतृत्व सहित हाई कमान बिना देरी किए इस विषय पर गंभीरता से फैसला करें । कि परिवार वाद अथवा निकट रिश्तेदारी से अलग हटकर केवल और केवल पार्टी हित को प्राथमिकता देते हुए 40 उम्मीदवारों में से किसी एक को पटौदी से कांग्रेस की टिकट देकर उम्मीदवार बनाए। ऐसा किए जाने पर 40 दावेदार उम्मीदवारों में किसी को कोई भी ऐतराज नहीं रहेगा । अब देखना यह है कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी, सिलेक्शन कमेटी और स्क्रीनिंग कमेटी का अंतिम फैसला क्या जन भावना के अनुरूप या फिर पार्टी की ही नेता की इच्छा के मुताबिक होगा ? प्रमुख दावेदारों मै सुनीता वर्मा, अशोक टांक, पवन चौधरी, एडवोकेट, प्रदीप चौहान, प्रदीप जाटौली, निशा सिंह, रतन सिंह दहिया, सहित 40 आवेदक शामिल हुए